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औरंगजेब एक भिखमंगा था- ज्ञानवापी मामले पर बोले गौरव भाटिया तो वारिस पठान का पलटवार: जिन्ना के मजार पर आडवाणी गए थे

देश भर में ज्ञानवापी मस्जिद पर छिड़े विवाद के बीच एक टीवी डिबेट के दौरान गौरव भाटिया ने कहा कि औरंगजेब एक भिखमंगा था, आक्रांता था, उसे भारत का कोई नागरिक आदर्श नहीं मानता है, लेकिन ओवैसी के भाई उनकी मजार पर जाते हैं। ये ही उसे अपना आदर्श मानते हैं। इस बात का जवाब देते हुए एआईएमआईएम के राष्ट्रीय प्रवक्ता वारिस पठान ने कहा कि औरंगजेब की मजार पर जाना कोई गुनाह तो नहीं था, संविधान या किसी कानून का उल्लंघन तो नहीं था।

वारिस पठान ने कहा कि आप कानून बना दीजिए हम उसकी मजार पर नहीं जाएंगे, लेकिन आप के नेता आडवाणी जी देश के टुकड़े करने वाले जिन्ना की मजार पर गए थे। उन्होंने कहा कि जिन्ना आपके लिए हीरो था तभी उसकी कब्र पर जाने वाले लाल कृष्ण आडवाणी को आपने पद्मविभूषण से नवाज दिया।

वारिस पठान ने आगे कहा कि आप राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे की पूजा करते हैं। वारिस पठान ने बीजेपी प्रवक्ता से कहा कि आप संविधान को नहीं मानते। आपको पता है कि ज्ञानवापी मस्जिद में फाउंटेन है शिवलिंग नहीं, पर आप उस बात को नहीं मानते।

ज्ञानवापी मस्जिद में गुंबद के नीचे गुंबद मिलने के सवाल पर वारिस पठान ने कहा कि 15 अगस्त 1947 को था, बस बात खत्म हो गयी। उन्होंने कहा कि बहुत सी मस्जिदों में ऐसा होता है। आर्किटेक्चर को आप अपने धर्मगुरुओं से पूछ कर नहीं बताएंगे। एआईएमआईएम प्रवक्ता ने कहा कि प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट, 1991 इसलिए ही आया था कि आप हमारी मस्जिदें चुरा ना सकें।

अपनी आस्था एक-दूसरे पर थोपे नहीं: डिबेट के दौरान गौरव भाटिया की बात का जवाब देते हुए पीस पार्टी के नेता शादाब चौहान ने कहा कि मक्का मस्जिद में अगर शिवलिंग है तो मोदी जी सऊदी अरब से बात करें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो दुनिया में पैदा होता है वो मुसलमान पैदा होता है। हुए शादाब चौहान ने कहा, “अगर गौरव भाटिया की आस्था है कि मक्का-मदीना में शिवलिंग है तो क्या प्रधानमंत्री मोदी इस बात का स्पष्टीकरण देंगे की क्या उनकी भी आस्था भी है कि वहां शिवलिंग है। और अगर है तो क्या सनातन धर्म के हिंदू स्क्रिपचर में प्रमाणित है कि वहां शिवलिंग है।” उन्होंने कहा कि मेरी आस्था के मुताबिक दुनिया में जो भी पैदा होता है वो मुसलमान पैदा होता है, लेकिन कोई अपनी आस्था एक-दूसरे पर थोपे नहीं।



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