कारागार में रचनात्मक अवसर
जेल आया व्यक्ति अपनी पहचान न खो दे और उसके पास अपने हुनर को निखारने या नए हुनर सीखने के विकल्प भी मौजूद हों, इस पर जेलों का ध्यान कम ही जाता है। कई बार जेलें हर कैदी को एक ही तराजू पर तोलने लगती हैं।
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